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Ashutosh Garg

Writer Translator Columnist

पौराणिक कथाओं के लेखक आशुतोष गर्ग अंग्रेजी व् हिंदी दोनों भाषाओँ पर समान अधिकार रखते हैं। आशुतोष की प्रसिद्द किताब इंद्र का हिंदी अनुवाद यद्यपि पहले प्रकाशित हुआ लेकिन उन्होंने इसे पहले अंग्रेजी में लिखा और फिर हिंदी में अनुवाद किया।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एम.ए. (हिंदी) तथा दिल्ली स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पत्रकारिता एवं अनुवाद) में प्राप्त करने के पश्चात् इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय से एम.बी.ए. (मानव संसाधन) की डिग्री प्राप्त की।

भारतीय साहित्य जगत में अनुवाद की दुनिया में वे एक जाना माना नाम हैं। स्कूल के दिनों से ही कविताएँ और कहानियाँ लिखने का सिलसिला आरंभ हो गया था और अब तक आपके द्वारा लिखी और अनुदित लगभग 30 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। आपकी किताबें अश्वत्थामा, इन्द्र,बेहद लोकप्रिय रहे। द लास्ट गर्ल दशराजन, द्रौपदी की महाभारत, आनंद का सरल मार्ग, श्री हनुमान लीला आदि हिंदी में आपके द्वारा किये गए प्रमुख अनुवाद हैं, जिन्हें काफ़ी सराहा गया है।
वर्तमान में, रेल मंत्रालय में उप-निर्देशक के पद पर कार्यरत आशुतोष के स्तम्भ नियमित रूप से प्रमुख समाचार-पत्र व पत्रिकाओं में प्रकाशित होते हैं। भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि पर आधारित आशुतोष का अगला उपन्यास शीघ्र ही प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होना है।...

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जानिए प्रेम के चालीस नियम... एला के पास उसका पति, तीन बच्चे और एक सुंदर-सा घर है। उसके पास वह सब है जिसके चलते उसके पास आत्मविश्वास और संतोष होना स्वाभाविक है। फिर भी ऐला के दिल में एक खालीपन है - ऐसा खालीपन जो पहले प्यार से भरा हुआ था। एला जब तेरहवीं शताब्दी के सूफ़ी कवि रूमी और शम्स तबरेज़ और उसके द्वारा बताए जीवन और प्रेम के चालीस नियमों से जुड़ी एक किताब की पांडुलिपि पढ़ती है तो उसे बहुत आश्चर्य होता है। वह अपने परिवार को छोड़कर उस किताब के रहस्यमयी लेखक से मिलने निकल पड़ती है। यह किताब, सूफ़ी रहस्यवाद और कविताओं से भरी एक ऐसी यात्रा है जो एला और हमें एक अद्भुत संसार में ले जाती है जहाँ आस्था और प्रेम की खोज करते हुए दिल भर आता है...

ISBN: 9789390924905

MRP: 450

Language: Hindi

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