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Home Literature Literature Media Ki Bhasha Leela
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Media Ki Bhasha Leela
by Ravikant
4.7
4.7 out of 5
Creators
AuthorRavikant
PublisherVani Prakashan
Synopsisयह पुस्तक जन-माध्यम के आर-पार अध्ययन कि एक दलील है, चूंकि उनकी परस्पर निर्भरता ऐतिहासिक तौर पर लाजिमी साबित होती है। यह सही है कि राष्ट्र के बदलते भूगोल के सैट-साथ संस्कृति को देखने-परखने के नजरिये में बदलाव आते हैं, लेकिन आधुनिक मीडिया-तकनीक और बाज़ार लोकप्रिय संस्कृतियों कि आवाजाही के ऐसे साधन मुहैया करतते हैं, जिन पर राष्ट्रीय भूगोल कि फ़ौरी संकीर्णता हावी नहीं हो पाती। साहित्य-आधारित सिनेमा पर बातें करने कि रिवायत पुरानी है, लेकिन यह देखने का वक़्त आ गया है कि सिनेमा ने साहित्य कि शैली, उसकी भाषा पर कौन से असरात छोड़े हैं। यह पुस्तक आपको कई नये पहलुओं से अवगत कराएगी।