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Home Reference Criticism & Interviews Anuvad Anusrijan
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Anuvad Anusrijan
by A. Arvindakshan
4.6
4.6 out of 5
Creators
AuthorA. Arvindakshan
PublisherRadhakrishna Prakashan
Synopsisप्रौद्योगिकी के प्रचुर विकास के साथ अनुवाद का एक नया आयाम सामने आ गया और वह है मशीनी अनुवाद | कई संस्थाएँ देश-विदेश में इस नई प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान दे रही हैं | मशीनी अनुवाद की पूरी प्रक्रिया तथा तत्सम्बन्धी समस्याओं का बहुत बड़ा क्षेत्र है जो आजकल अनुवाद के क्षेत्र में नूतन अविष्कारों के साथ सामने आ रहा है | विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के साथ मशीनी अनुवाद भी विकसित होता जा रहा है | मशीनी अनुवाद के विकास ने तथा उसकी अनन्त सम्भावनाओं ने अनुवाद-कार्य को प्रोफेशनल स्वरुप प्रदान किया है | यही नहीं, अनुवाद के प्रोफेशनल स्वरुप को देखते हुए ऐसा ही लगता है कि यह एक इंडस्ट्री के रूप में विकसित हो सकता है | भारत जैसे बहुभाषी देश में इसकी सम्भावनाएं अधिक हैं | यह ग्रन्थ अनुवाद को दो तरह से देख रहा है—अकादमिक तथा प्रोफेशनल स्तर से | अनुवाद में ये दोनों मुख्य हैं | मेरा यही विचार है कि अनुवाद के विद्यार्थियों, शोधार्थियों एवं अध्यापकों के लिए यह ग्रन्थ उपयोगी सिद्ध होगा | --भूमिका से