नब्बे के दशक के बाद जिन काव्य व्यक्तित्वों की विशिष्ट स्वर में विकसित हुई उनमें प्रसिद्ध कवि ‘महेश आलोक’ समकालीन कविता के परिदृश्य में एक अलग सशक्त पहचान रखते हैं । यह समय सिर्फ कविता के मूल स्वर बदलने का…
नब्बे के दशक के बाद जिन काव्य व्यक्तित्वों की विशिष्ट स्वर में विकसित हुई उनमें प्रसिद्ध कवि ‘महेश आलोक’ समकालीन कविता के परिदृश्य में एक अलग सशक्त पहचान रखते हैं । यह समय सिर्फ कविता के मूल स्वर बदलने का…
Trilok Nath Pandey, a spymaster himself, writes one of the most scintillating spy-thrillers/manuals of recent times. His latest book, Chanakya Ke Jasoos delves deep into the psyche of a spy as well as the art-form of Jasoosi. Being in the…
ऐन दुर्घटना के क्षण तक पहुँचते-पहुँचते मेरा मस्तिष्क धुँधला जाता है, मेरी चेतना दाएँ पैर के पंजे पर आकर लड़खड़ा जाती है और सारा दृश्य किसी टूटते घर की तरह असंबद्ध हो उठता है क्योंकि मैंने उस क्षण अपने दाएँ…
'पर वह भी पक्का घाघ था उसने आव देखा न ताव, सीधा डिप्टी-कमिश्नर के पास जा पहुँचा। जहाँ डिप्टी-कमिश्नर जिले का हाकिम होता है, वहाँ थानेदार अपने कस्बे का हाकिम होता है। डिप्टी-कमिश्नर से मिलते ही उसने हाथ बाँध लिए,…
जिन बातों ने जिंदगी भर परेशान नहीं किया था, वे जीवन के इस चरण में पहुँचने पर अंदर ही अंदर से गाहे-बगाहे कचोटने-कुरेदने लगती थी। अनबुझी-सी उदासी, मन पर छाने लगती थी। कभी-कभी मन में सवाल उठता, अगर फिर से…
नीरज ने एक बार किसी इंटरव्यू में कहा था,‘‘अगर दुनिया से रुखसती के वक्त आपके गीत और कविताएं लोगों की जबान और दिल में हों तो यही आपकी सबसे बड़ी पहचान होगी, इसकी ख्वाहिश हर फनकार को होती है। यह…