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Home Nonfiction Biographies & Memoirs Mulayam Singh Yadav Aur Samajwad
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Mulayam Singh Yadav Aur Samajwad
by Deshbandhu Vashisht
4.7
4.7 out of 5
Creators
AuthorDeshbandhu Vashisht
PublisherRajpal
Synopsisभारत में ही नहीं, विश्व के अधिकांश देशों में समाजवादी होना एक कठिन तपस्या रही है। यहां समाजवादी होने का अर्थ है किसी भी साधन-सुविधा का मोह न करते हुए संघर्ष और बलिदान की राह में जीवन को झंझावातों से भरे, कंटीले भाग पर चलने के लिए प्रतिबद्ध होना।
मुलायम सिंह यादव ने अपने सम्पूर्ण जीवन को समाजवाद के नाम पर राष्ट्र को समर्पित कर दिया है। आज के महत्वपूर्ण राजनेता और कर्मठ समाजवादी मुलायम सिंह यादव के विचार अत्यंत उदारतापूर्ण हैं। वह संघर्ष के कठिन दौर से गुजरे हैं परन्तु उनकी उपलब्धियां और निरंतर संघर्ष करने का अदम्य साहस, आज युवाओं को समाजवादी विचारधारा के साथ कर्मपथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा और ऊर्जा देते हैं।
नये भारत और नए समाज की संरचना कैसे हो, आज भी मुलायम सिंह का जीवन और उनका संघर्ष इसी लक्ष्य के लिए समर्पित है। आज भी उनकी आंखों में ऐसे समाज, राष्ट्र की परिकल्पना तैर रही है जिसमें धर्म, जाति, लिंग-भेद या क्षेत्रीयता के नाम पर किसी का शोषण न हो।