logo
Home Literature Poetry Khud Par Nigrani Ka Waqt
product-img product-img
Khud Par Nigrani Ka Waqt
Enjoying reading this book?

Khud Par Nigrani Ka Waqt

by Chandrakant Devtale
4.4
4.4 out of 5

publisher
Creators
Publisher Vani Prakashan
Synopsis

Enjoying reading this book?
Binding: HardBack
About the author चंद्रकांत देवताले (जन्म 1936) का जन्म गाँव जौलखेड़ा, जिला बैतूल, मध्य प्रदेश में हुआ। उच्च शिक्षा इंदौर से हुई तथा पी-एच.डी. सागर विश्वविद्यालय, सागर से। साठोत्तरी हिंदी कविता के प्रमुख हस्ताक्षर देवताले जी उच्च शिक्षा में अध्यापन कार्य से संबद्ध रहे हैं। देवताले जी की प्रमुख कृतियाँ हैं- हड्डियों में छिपा ज्वर, दीवारों पर खून से, लकड़बग्घा हँस रहा है, रोशनी के मैदान की तरफ़, भूखंड तप रहा है, हर चीज़ आग में बताई गई थी, पत्थर की बैंच, इतनी पत्थर रोशनी, उजाड़ में संग्रहालय आदि। देवताले जी की कविता में समय और सन्दर्भ के साथ ताल्लुकात रखने वाली सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक प्रवृत्तियाँ समा गई हैं। उनकी कविता में समय के सरोकार हैं, समाज के सरोकार हैं, आधुनिकता के आगामी वर्षों की सभी सर्जनात्मक प्रवृत्तियां इनमें हैं। उत्तर आधुनिकता को भारतीय साहित्यिक सिद्धांत के रूप में न मानने वालों को भी यह स्वीकार करना पड़ता है कि देवताले जी की कविता में समकालीन समय की सभी प्रवृत्तियाँ मिलती हैं। सैद्धांतिक दृष्टि से आप उत्तरआधुनिकता को मानें या न मानें, ये कविताएँ आधुनिक जागरण के परवर्ती विकास के रूप में रूपायित सामाजिक सांस्कृतिक आयामों को अभिहित करने वाली हैं। देवताले जी को उनकी रचनाओं के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें प्रमुख हैं- माखन लाल चतुर्वेदी पुरस्कार, मध्य प्रदेश शासन का शिखर सम्मान। उनकी कविताओं के अनुवाद प्रायः सभी भारतीय भाषाओं में और कई विदेशी भाषाओं में हुए हैं। देवताले की कविता की जड़ें गाँव-कस्बों और निम्न मध्यवर्ग के जीवन में हैं। उसमें मानव जीवन अपनी विविधता और विडंबनाओं के साथ उपस्थित हुआ है। कवि में जहाँ व्यवस्था की कुरूपता के खिलाफ गुस्सा है, वहीं मानवीय प्रेम-भाव भी है। वह अपनी बात सीधे और मारक ढंग से कहते हैं। कविता की भाषा में अत्यंत पारदर्शिता और एक विरल संगीतात्मकता दिखाई देती है।
Specifications
  • Language: Hindi
  • Publisher: Vani Prakashan
  • Pages: 148
  • Binding: HardBack
  • ISBN: 9789350729199
  • Category: Poetry
  • Related Category: Literature
Share this book Twitter Facebook
Related Videos
Mr.


Suggested Reads
Suggested Reads
Books from this publisher
Anguliyon Ka Orchestra4 by Osamu Yamamoto
Rachana Aur Rajniti by Prem Shankar
Bhartiya Bhashaon Mein Ramkatha : Telugu Bhasha by Chif Editor : Dr. Yogendra Pratap Singh
Aadhunik Hindi Kavita Mein Vichar by Dr.Baldev Vanshi
Aadhnik Vigyanpan by Dr.Premchand Patanjali
Derida Vikhandan Ki Siddhantikee by Sudhish Pachauri
Books from this publisher
Related Books
Patthar Ki Bench Chandrakant Devtale
Muktibodh : Kavita Aur Jeevan Vivek Chandrakant Devtale
Pratinidhi Kavitayen : Chandrakant Devtale Chandrakant Devtale
Aag Har Cheej Mein Batai Gayi Thi Chandrakant Devtale
Ujar Mein Sangrahalaya Chandrakant Devtale
Bertolt Brecht Ki Kahani : Socrates Ka Ghao Chandrakant Devtale
Related Books
Bookshelves
Stay Connected