Welcome Back !To keep connected with uslogin with your personal info
Login
Sign-up
Login
Create Account
Submit
Enter OTP
Step 2
Prev
Home Reference Politics & Current Affairs BJP: Kal, Aaj Aur Kal
Enjoying reading this book?
BJP: Kal, Aaj Aur Kal
by Vijai Trivedi
4.1
4.1 out of 5
Creators
AuthorVijai Trivedi
Publisher
Synopsis1951 में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिस जनसंघ की नींव रखी, उस पार्टी ने 1977 में अन्य पार्टियों के साथ मिलकर जनता पार्टी की स्थापना की। फिर 1980 में हिन्दुत्व की मूल विचारधारा की राह अपनाते हुए ‘भारतीय जनता पार्टी’ का रूप ले लिया। वैसे भी राजनीति और कुछ नहीं, बदलते समय के साथ चलते हुए सत्ता हासिल करने की जुगत है। बीजेपी ने 1984 के लोकसभा चुनाव में बड़ी मुश्किल से दो सीटे हासिल की, और तीस सालों के भीतर ही 2014 में 282 सीटें जीतने की कुव्वत भी दिखाई। बीजेपी को पूर्ण बहुमत वाली पार्टी के अलावा प्राथमिक सदस्यता के लिहाज़ से दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाना का श्रेय नरेन्द्र मोदी को जाता है। कहते हैं, मोदी ‘विध्वंसक नायक’ हैं, ‘ग्रेट डिसरप्टर’ हैं। वे पूरी ताक़त के साथ काम भी करते हैं, और उसकी मार्केटिंग भी। रणनीति बनाते हैं और लक्ष्य साध कर चलते हैं। लेकिन यो भी सच है कि बीजेपी की कहानी सिर्फ़ मोदी की कहानी नहीं है। ये उस पार्टी की कहानी है जिसने हिन्दुत्व की विचारधारा से शुरुआत की, और एक हिन्दू हृदय सम्राट को बड़ी तेजी से एक कोने में सिमटते देखा। ये उस पार्टी की कहानी है जिसने राम मंदिर आन्दोलन की सीढ़ी से अपनी मंज़िल हासिल की, और फिर सेक्युलर छवि वाले वाजपेयी को अपनी चेहरा बना डाला। बीजेपी की कहानी दरअसल भारतीय लोकतंत्र और राजनीति का दस्तावेज़ीकरण भी है। ‘बीजेपी : कल, आज और कल’ उस एक पार्टी की कहानी है जिसने ‘सामूहिक नेतृत्व’ से शुरुआत की, नागपुर में अपना रिमोट कन्ट्रोल रहने दिया, और 7, लोककल्याण मार्ग तक आते-आते ‘वनमैन पार्टी’ बन गयी। ये किताब 2019 के चुनावों के बरअक्स भारत की राजनीति के सबसे दिलचस्प, और सबसे नये अध्याय – भारतीय जनता पार्टी – को समझने का प्रयास है।