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Home Literature Novel Ba Se Bank
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Ba Se Bank
by Suresh Kant
4.5
4.5 out of 5
Creators
AuthorSuresh Kant
PublisherRajkamal Prakashan
Synopsisहिन्दी के सुपरिचित कथाकार-व्यंग्यकार सुरेश कांत का यह व्यंग्य-उपन्यास एक बैंक की अंदरूनी कहानी कहता है, जिसके माध्यम से बैंक-कर्मचारियों के दैनंदिन क्रियाकलापों का जायजा लिया गया है । इसमें एक तरफ बैंक-मैनेजर के अंधविश्वासों पर चुटीली टिप्पणी है तो दूसरी ओर कर्मचारियों की कामचोरी के साथ ही उनकी समस्या और उनके सुख-दुख को भी लेखक ने अनदेखा नहीं किया है और बैंक का सारा कारोबार जिन ग्राहकों के बिना अधूरा है, उनकी परेशानियाँ और शिकायतें भी यहाँ मौजूद हैं । लेकिन सबकुछ इतना पूर्वग्रहमुक्त और सहज- स्फूर्त है कि व्यंग्य में कहीं कटुता नहीं आती, वह मीठी मार से अपना काम करता चलता है ।
सुरेश कांत बैंक में कार्यरत हैं, इसलिए स्वभावत: जिन घटनाओं उघैर प्रसंगों का चित्रण उन्होंने यहाँ किया है, वे प्रामाणिक और विश्वसनीय तो हैं ही, लेखक की मानवीय दृष्टि का स्पर्श पाकर प्रभावोत्पादक भी हो गए हैं ।