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Home Reference Language & Essay Abhinav Hindi Vyakaran
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Abhinav Hindi Vyakaran
by Meenakshi Aggarwal
4.2
4.2 out of 5
Creators
AuthorMeenakshi Aggarwal
PublisherRadhakrishna Prakashan
Synopsisयह पुस्तक केवल पुस्तक ही नहीं है बल्कि एक ऐसी व्याकरण अभ्यास-पुस्तिका है जिसे पढ़ने के बाद आप बखूबी समझ जाएँगे कि इसे आप तक पहुँचाने की आवश्यकता क्यों पड़ी ।
शिरोरेखा किसे कहते हैं; यह क्यों आवश्यक है; नुक्ता क्या है; बिन्दु-चन्द्रबिन्दु का प्रयोग कब-कब किया जाता है; श को कैसे-कब लिखा जाता है; ड/ड़ और ढ/ढ; में क्या अन्तर है; वर्णमाला कैसे याद की जाए; बारहखड़ी से मात्राएँ किस प्रकार सीखी जा सकती हैं; संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया किसे कहते हैं, सन्धि क्या है; समास किसे कहते हैं? -आदि छोटे-छोटे बिन्दुओं की जानकारी के साथ पत्र लिखने की कला पर भी प्रकाश डाला गया है ।
व्याकरण को गणित के माध्यम से समझने और पढ़ने का तरीका बताया गया है । जैसे- (1) संज्ञा के भेद-3; (2) सर्वनाम के-6 (3X2=6) (3) विशेषण के-4 (6-2=4) आदि । संविधान द्वारा स्वीकृत 18 भाषाओं को वर्ण वर्ग के हिसाब से 3,4,3,5, 3 (=18) में बाँटा गया है ।
पुस्तक में सर्वत्र मानक वर्तनी का प्रयोग किया गया है ।