वे मेरी पहली फेसबुक मित्र थीं जो मुझसे रू ब रू मिल रही थीं। फेसबुक पर मेरी फ्रेंड लिस्ट पर बेशक काफी अरसे से थीं लेकिन उनसे चैटिंग कभी नहीं हुई थी। कभी उन्होंने या मैंने एकाध बार एक दूसरे…
A short story is a piece of prose fiction that typically can be read in one sitting and focuses on a self-contained incident or series of linked incidents, with the intent of evoking a single effect or mood. The short story is one of the oldest types of literature and has existed in the form of legends, mythic tales, folk tales, fairy tales, fables and anecdotes in various ancient communities across the world. The modern short story developed in the early 19th century.
वे मेरी पहली फेसबुक मित्र थीं जो मुझसे रू ब रू मिल रही थीं। फेसबुक पर मेरी फ्रेंड लिस्ट पर बेशक काफी अरसे से थीं लेकिन उनसे चैटिंग कभी नहीं हुई थी। कभी उन्होंने या मैंने एकाध बार एक दूसरे…
स्टेशन से बाहर निकलते ही आपकी आंखें किरासिन की तीखी गंध से जलने लगें, सांस भारी होने लगे, और आपको पता चले कि आप जिस ऑटो पर सवार हैं, वह किरासिन से ही चलता है, आप देखें कि ऑटो ड्राइवर…
इस बार आनंद हर्षुल और मनोज रूपड़ा के निमंत्रण पर पहली बार कथा विमर्श में रायपुर जाना हुआ। 16 से 21 जनवरी 2009। लम्बी ट्रेन यात्रा के हौवे और वहां के सर्दी के मौसम के डर ने कई दिन तक…
बाबू भाई पंड्या से मेरी मुलाकात डॉक्टर भाटिया ने करायी थी। उन दिनों मेरी पोस्टिंग अहमदाबाद में थी और डॉक्टर भाटिया सिविल अस्पताल के बर्न्स विभाग मे काम कर रहे थे। डॉक्टर भाटिया की पत्नी पारुल मेरी दोस्त थी और…
खबर हाथों हाथ पूरे दफ्तर में फैल गयी है। सभी लपक रहे हैं उस तरफ। जो भी सुनता है, चार को सुनाता है, फिर कानों सुनी को आंखिन देखी करने के लिए टीले की तरफ बढ़ जाता है। जो लोग…
बद्रीप्रसाद वापिस लौट रहे हैं। एकदम हताश। टूटे हुए। अपने ही घर से बेगाने होकर। अपनों द्वारा ही ठुकराए जा कर। यह ठुकराया जाना नहीं है तो क्या है? क्या इसी दिन को देखने के लिए इतने बरस इंतज़ार किया…
आज पता नहीं क्यों, नामी मास्टर याद आ रहे हैं। उनसे आखिरी बार पढ़े और मार खाये 45 बरस तो बीत ही गये होंगे। पता नहीं वे अब हैं भी या नहीं। अगर होंगे भी तो इस समय कम से…
हैलो, क्या मैं इस नम्बर पर दीप्ति जी से बात कर सकता हूं? हां, मैं मिसेज धवन ही बात कर रही हूं। लेकिन मुझे तो दीप्ति जी से बात करनी है। कहा न, मैं ही मिसेज दीप्ति धवन हूं। कहिये,…
यहां कही जा रही कहानी देश की आज़ादी के पचासवें बरस के दौरान की एक छोटी सी, मामूली-सी प्रेम कहानी है। हो सकता है आपको यह प्रेम कहानी तो क्या, कहानी ही न लगे और आप कहें कि यह सब…
शारदा काम पर लौट आयी है। गोद में महीने भर का बच्चा लिये। दरवाजा मिसेज रस्तोगी ने खोला। उसे देखते ही खुश हो गयीं, ”बधाई हो शारदा। अच्छा हुआ तू आ गयी। तू जो ल़ड़की लगा गयी थी थी, वह…