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Home Nonfiction Reference Work Samkaleen Patrakarita Moolyankan Aur Mudde
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Samkaleen Patrakarita Moolyankan Aur Mudde
by Rajkishor
4.5
4.5 out of 5
Creators
AuthorRajkishor
PublisherVani Prakashan
Synopsisपत्रकारिता वह आईना है जिसमे हम अपने समय कि हर तस्वीर को साफ-साफ देख सकते हैं राजकिशोर कि यह किताब विभिन्न दृष्टियों से समकालीन पत्रकारिता के परे परिदृश्य का यह जायजा व्यापकता और गहराई, दोनों गुणों से लैस है। समकालीन पत्रकारिता का राजनीतिक विवेक क्या है? यह उचित और स्वाभाविक है कि वह व्यावसायिक तकाजों को अनदेखी न करे, किन्तु व्यावसायिक मूल्यों के आगे आत्मसर्पण क्या अलग अतरह कि घटना नहीं है? यह किताब पत्रकारिता से जुड़े वाजिब सवाल उठाती है। पत्रकारिता के साथ किसी भी रूप में जुड़े प्रेत्यक व्यक्ति के लिए यह एक ज़रूरी और मूल्यवान पुस्तक है।