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Home Literature Poetry Pakistan Diary
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Pakistan Diary
by Zahida Hina
4.5
4.5 out of 5
Creators
AuthorZahida Hina
PublisherVani Prakashan
Synopsisकहते हैं, दुःख मेरे हों या तेरे दुःख की भाषा एक है। आँसू तेरे हों या मेरे आँसू की परिभाषा एक है । इसी को एक रूप देते हुए वाणी प्रकाशन ने ज़ाहिदा हिना द्वारा लिखित पुस्तक `पाकिस्तान डायरी` प्रकाशित की है । इसमें उन करोड़ों लोगों की बात है जो एक-दूसरे के सुख-दु:ख को समझना चाहते हैं । जिनके रिश्ते एक-दूसरे से हैं । देश बँट गया पर उनके रस्म-ओ-रिवाज़ का आज तक बँटवारा न कर सका है । पाकिस्तान डायरी वैसे तो दैनिक भास्कर, अखबार में छपती ही है । आपके समक्ष किताब की शक्ल में प्रस्तुत है ।