logo
Home Literature Short Stories Meri Priya Kahaniyaan
product-img product-img
Meri Priya Kahaniyaan
Enjoying reading this book?

Meri Priya Kahaniyaan

by Gaura Pant Shivani
4.1
4.1 out of 5

publisher
Creators
Publisher Rajpal
Synopsis शिवानी नारी जीवन व उसके मन की पर्तों को गहराई से उद्घाटित करने वाली विषयवस्तु के कारण हिन्दी की महिला कथाकारों में अपना विशिष्ट स्थान रखती हैं । उनकी कहानियों की संख्या लगभग 100 के आसपास होगी। कहानियों की मुख्य पात्र भी स्त्रियां ही हैं। विषयवस्तु की दृष्टि से उनकी कहानियाँ संवेदना की गहराई में जाकर समाज के यथार्थ को सामने लाती हैं । उनकी कहानियाँ पाठकों का मनोरंजन तो करती ही हैं साथ ही उन्हें झकझोरती भी हैं ।

Enjoying reading this book?
Binding: PaperBack
About the author शिवानी जी का वास्तविक नाम गौरा पन्त था किन्तु ये शिवानी नाम से लेखन करती थीं। इनका जन्म 17 अक्टूबर 1923 को विजयदशमी के दिन राजकोट, गुजरात मे हुआ था। इनकी शिक्षा शन्तिनिकेतन में हुई! साठ और सत्तर के दशक में, इनकी लिखी कहानियां और उपन्यास हिन्दी पाठकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय हुए और आज भी लोग उन्हें बहुत चाव से पढ़ते हैं। शिवानी का निधन 2003 ई० मे हुआ। उनकी लिखी कृतियों मे कृष्णकली, भैरवी,आमादेर शन्तिनिकेतन,विषकन्या चौदह फेरे आदि प्रमुख हैं। हिंदी साहित्य जगत में शिवानी एक ऐसी शख़्सियत रहीं जिनकी हिंदी, संस्कृत, गुजराती, बंगाली, उर्दू तथा अंग्रेजी पर अच्छी पकड रही और जो अपनी कृतियों में उत्तर भारत के कुमाऊं क्षेत्र के आसपास की लोक संस्कृति की झलक दिखलाने और किरदारों के बेमिसाल चरित्र चित्रण करने के लिए जानी गई। महज 12 वर्ष की उम्र में पहली कहानी प्रकाशित होने से लेकर 21 मार्च 2003 को उनके निधन तक उनका लेखन निरंतर जारी रहा। उनकी अधिकतर कहानियां और उपन्यासनारी प्रधान रहे। इसमें उन्होंने नायिका के सौंदर्य और उसके चरित्र का वर्णन बडे दिलचस्प अंदाज में किया कहानी के क्षेत्र में पाठकों और लेखकों की रुचि निर्मित करने तथा कहानी को केंद्रीय विधा के रूप में विकसित करने का श्रेय शिवानी को जाता है।वह कुछ इस तरह लिखती थीं कि लोगों की उसे पढने को लेकर जिज्ञासा पैदा होती थी। उनकी भाषा शैली कुछ-कुछ महादेवी वर्मा जैसी रही पर उनके लेखन में एक लोकप्रिय किस्म का मसविदा था।
Specifications
  • Language: Hindi
  • Publisher: Rajpal
  • Pages: 128
  • Binding: PaperBack
  • ISBN: 9789350641064
  • Category: Short Stories
  • Related Category: Novella
Share this book Twitter Facebook


Suggested Reads
Suggested Reads
Books from this publisher
Bharat Ki Classic Lok Kathayen : Panchatantra Vol I by Rajpal Graphic Studio
Chokher Bali by Ravindranath Tagore
Dark Room by R.K. Narayan
The Ant In The Ear Of The Elephant by Minnie Vaid
Meri Kahani by Premchand
Achche Bano by Pran Nath Vanprasthi
Books from this publisher
Related Books
Krishnakali Gaura Pant Shivani
KRISHNA KALI Gaura Pant Shivani
Sampurna Kahaniyan : Shivani (Vol. 1-2) Gaura Pant Shivani
Sampurna Kahaniyan : Shivani (Vol. 1-2) Gaura Pant Shivani
Vatayan Gaura Pant Shivani
Vatayan Gaura Pant Shivani
Related Books
Bookshelves
Stay Connected