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Home Literature Novel Meri Gullak
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Meri Gullak
by Manmohan Krishan Goyal
4
4 out of 5
Creators
AuthorManmohan Krishan Goyal
PublisherRigi Publication
Synopsis"मेरी गुल्लक' में मैंने बहुत कुछ संजोया है। जो निश्चय ही आपके मन को भायेगा।
मेरी भावनाओं के अतिरेक को कागज पर उतारकर ही मुझे विश्राम मिलता है। भावों को शब्द देना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मेरे दर्द - तकलीफ को अभिव्यक्त करके भी मैं अपने मन को हल्का कर लेता हूँ। जोश - नया उत्साह पैदा करने के लिए भी लिखा है। मैंने सरल सीधे सपाट शब्दों का प्रयोग किया है जो सबके लिए ग्राह्य है।
मेरी अधिकतर रचनाएँ आस - पास के वातावरण को देखकर एवं पारिवारिक माहौल से उत्पन्न हुई है। कुछ रचनाएँ समाज में कोई सन्देश देने की कोशिश है। प्यार - मुहब्बत, तन्हाई पर भी लिखा है। नारी पर लिखी रचनाएँ नारीय-भावनाओं को शब्द देने का मेरा प्रयास है। सामाजिक विद्रूप को व्यक्त करने की कोशिश की गयी है।
प्रकृति मुझे प्रभावित करती है उस पर भला कैसे ना लिखता । कभी कभी मेरी लेखनी मेरे कल्पना लोक को भी कागज पर उतारने लगती है।"