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Home Literature Poetry Mallika
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Mallika
by Devdas Chhotray
4.1
4.1 out of 5
Creators
AuthorDevdas Chhotray
PublisherRajkamal Prakashan, Raza Foundation
TranslatorPrabhat Tripathi
Synopsisहमारे समय में सामाजिक यथार्थ और सामाजिकता का ऐसा आतंक है कि प्रेम-कविता की जगह घटती गयी है—उसे सामाजिकता से भटकाव की विधा तक $करार दिया गया है। ऐसे प्रेम-वंचित समय में ओडिय़ा के प्रसिद्ध कवि देवदास छोटराय की प्रेम कविताओं का हिन्दी के प्रसिद्ध कवि-आलोचक प्रभात त्रिपाठी के अनुवाद में यह संचयन ताज़ी हवा की तरह है। प्रेम मनुष्य का स्थायी भाव है और उसका कविता में अन्वेषण सदियों से कविता के लिए अनिवार्य रहा है। ओडिय़ा में, सौभाग्य से, जातीय स्मृति सक्रिय-सजीव है और वह इस कविता में अन्त:ध्वनित होती रहती है। हिन्दी में इस अनुवाद का महत्त्व इसलिए होगा कि यह कविता में प्रेम और स्मृति के पुनर्वास की कविता है। रज़ा फाउण्डेशन इस पुस्तक को सहर्ष प्रकाशित कर रहा है। —अशोक वाजपेयी