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Home Literature Modern & Contemporary Goodbye: Aakhiri Par Ant Nahin
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Goodbye: Aakhiri Par Ant Nahin
by Sachin Tyagi
4.1
4.1 out of 5
Creators
AuthorSachin Tyagi
PublisherHind Yugm
Synopsisकार्तिक और आरवी दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते हैं। कॉलेज में फ्रेशर पार्टी के दौरान आरवी डॉस करती है। उसे देखकर कार्तिक उससे दोस्ती नहीं प्यार करना चाहता है।
एक दिन कार्तिक अपनी परेशानियों का बोझ लेकर पार्क में बैठकर सोचता रहता है। तभी एक शख्स आता है और कहता है कि मैं भगवान हूँ, सब परेशानी ठीक कर दूँगा। कार्तिक उसकी तरफ देखता है, और बोलता है, जाओ जाओ! मूड की ऐसी-तेसी मत करो।
आरवी के कारण परेशान हो, उस शख्स की आवाज थी। कार्तिक सन्न रह गया उसे कैसा पता चला। कुछ खामोशी के बाद फिर दोनों बातें करने लगते हैं। क्या उस शख्स ने सब कुछ सही कर दिया? क्या उस शख्स के आने के बाद कार्तिक के जीवन मे कुछ बदलाव आया?
कार्तिक ने कुछ सपने भी देखे थे। जिनको पूरा करना उसके वश में नहीं है ऐसा वह सोच चुका था। आरवी के आने के बाद उसके सपने में पंख तो लगे थे, लेकिन अब उसे उससे दूर होना है। क्या दूर होकर अपने सपने के पंखों में उड़ान भर पायेगा या लाखों की तरह वो भी 'सपना सपना' कहकर, अपने को कोसकर दुनिया से चला जायेगा?