logo
Home Literature Novel Chiwar
product-img
Chiwar
Enjoying reading this book?

Chiwar

by Rangey Raghav
4.3
4.3 out of 5

publisher
Creators
Author Rangey Raghav
Publisher Radhakrishna Prakashan
Synopsis उपन्यासकार रांगेय राघव ने ‘सीधा सादा रास्ता’ और ‘कब तक पुकारूँ’ जैसे समकालीन विषय-वस्तु पर आधारित उपन्यासों के साथ ऐतिहासिक उपन्यासों से भी हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है। अपनी मार्क्सवादी विश्व-दृष्टि के आधार पर वे प्रत्येक विषय को अपने खास नजरिए से चित्रित करते हैं। ‘चीवर’ उनके प्रमुखतम ऐतिहासिक उपन्यासों में से एक है। इसमें उन्होंने हर्षवर्धन काल के पतनशील भारतीय सामंतवाद को रेखांकित किया है। ब्राह्मण और बौद्ध मतों के परस्पर संघर्ष के साथ-साथ मालव गुप्तों, वर्धनों और मौखरियों के बीच राजनीतिक सत्ता के लिए होनेवाला संघर्ष भी हमें यहाँ दिखाई देता है। भाषा के स्तर पर यह उपन्यास सिद्ध करता है कि शब्दावली अगर घोर तत्समप्रधान हो तब भी उसमें रस की सर्जना की जा सकती है - बशर्ते लेखनी किसी समर्थ रचनाकार के हाथ में हो। यह इस उपन्यास की प्रवहमान भाषा का ही कमाल है कि इसमें विचरनेवाले पात्र, वह चाहे राज्यश्री हो या हर्षवर्धन या कोई और हमारी स्मृति पर अंकित हो जाते हैं।

Enjoying reading this book?
Binding: PaperBack
About the author रांगेय राघव (17 जनवरी, 1926 - 12 सितंबर, 1962) हिंदी के उन विशिष्ट और बहुमुखी प्रतिभावाले रचनाकारों में से हैं जो बहुत ही कम उम्र लेकर इस संसार में आए, लेकिन जिन्होंने अल्पायु में ही एक साथ उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार, आलोचक, नाटककार, कवि, इतिहासवेत्ता तथा रिपोर्ताज लेखक के रूप में स्वंय को प्रतिस्थापित कर दिया, साथ ही अपने रचनात्मक कौशल से हिंदी की महान सृजनशीलता के दर्शन करा दिए।आगरा में जन्मे रांगेय राघव ने हिंदीतर भाषी होते हुए भी हिंदी साहित्य के विभिन्न धरातलों पर युगीन सत्य से उपजा महत्त्वपूर्ण साहित्य उपलब्ध कराया। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर जीवनीपरक उपन्यासों का ढेर लगा दिया। कहानी के पारंपरिक ढाँचे में बदलाव लाते हुए नवीन कथा प्रयोगों द्वारा उसे मौलिक कलेवर में विस्तृत आयाम दिया। रिपोर्ताज लेखन, जीवनचरितात्मक उपन्यास और महायात्रा गाथा की परंपरा डाली। विशिष्ट कथाकार के रूप में उनकी सृजनात्मक संपन्नता प्रेमचंदोत्तर रचनाकारों के लिए बड़ी चुनौती बनी।
Specifications
  • Language: Hindi
  • Publisher: Radhakrishna Prakashan
  • Pages: 180
  • Binding: PaperBack
  • ISBN: 9788171199228
  • Category: Novel
  • Related Category: Modern & Contemporary
Share this book Twitter Facebook


Suggested Reads
Suggested Reads
Books from this publisher
Daulati by Mahashweta Devi
Kavi Man Jani Man by Vandana Tete
Tumhein Pyar Karte Hue : Prem Kavitayen by Pawan Karan
Muktibodh : Kavita Aur Jeevan Vivek by Chandrakant Devtale
Maine Danga Dekha by Manoj Mishra
Dalit Sahitya Anubhav, Sangharsh Evam Yatharth by Om Prakash Valimiki
Books from this publisher
Related Books
Pracheen Brahman Kahaniyan Rangey Raghav
Antarmilan Ki Kahaniyan Rangey Raghav
Antarmilan Ki Kahaniyan Rangey Raghav
Pracheen Brahman Kahaniyan Rangey Raghav
Dus Pratinidhi Kahaniyan : Rangeya Raghava Rangey Raghav
Raai Or Parvat Rangey Raghav
Related Books
Bookshelves
Stay Connected