Synopsis‘चौरासी’ नामक यह उपन्यास सन 1984 के सिख दंगों से प्रभावित एक प्रेम कहानी है। यह कथा नायक ऋषि के एक सिख परिवार को दंगों से बचाते हुए स्वयं दंगाई हो जाने की कहानी है। यह अमानवीय मूल्यों पर मानवीय मूल्यों के विजय की कहानी है। यह टूटती परिस्थियों मे भी प्रेम के जीवित रहने की कहानी है। यह उस शहर की व्यथा भी है जो दंगों के कारण विस्थापन का दर्द सीने में लिए रहती है। यह वक़्त का एक दस्तावेज़ है।
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Binding: PaperBack
About the author
सत्य व्यास हिंदी की नई पौध के लेखक हैं। अपनी पहली ही किताब 'बनारस टॉकीज' से ये ‘नई वाली हिंदी’ का झंडा गाड़ चुके हैं। यह उपन्यास पिछले दो सालों से हिंदी का सबसे ज़्यादा बिकने वाली किताब रहा है। ब्लॉगिंग, कविता और फिल्मों के रुचि रखने वाले सत्य व्यास फ़िलहाल दो फिल्मों की पटकथा लिख रहे हैं। ‘दिल्ली दरबार’ इनका दूसरा उपन्यास है।